Saturday, September 6, 2014

पटियाला प्रेस कांफ्रेंस नोट 8.9.14

स्वदेशी जागरण मंच का मानना हे क़ि आज का आर्थिक परिदृश्य मजबूती और मजबूरी, आशा और खिंचाव के बीच झूल रहा है । जैसेकि गत मास इस बार जेनेवा में विश्व व्यापार संगठन की बैठक में भारत ने कमाल कर दिया। व्यापार सरलीकरण के लिए व्याकुल अमरीका को बताया की भारत के किसानों की कीमत पर कुछ नहीं हो सकता। चीन भी भारत के साथ मिलकर अमरीकी दादागिरी के खिलाफ तालठोक कर खड़ा हो गया तो पूरी दुनियाँ के विकासशील और अविकसित देशों की आँखे भारत पर गड़ गयी है। मंच का आह्वान है कि सरकार अगली बैठक में इस विषय पर अडिग रहे। गत 4-5 साल की लकवाग्रस्त अर्थव्यवस्था का फिर से पिछली तिमाही की जीडीपी की विकास दर बढ़कर 5.7% तक हुई  है जो की पिछले दो वर्ष की सर्वाधिक है। प्रधान मंत्री का लालकिले से देश को आह्वान क़ि हमारे युवा देश के लिए कोई न कोई एक तकनीक विकसित करे स्वदेशी को बढ़ावा देने वाला है। इधर देश में माइक्रो-मैक्स जैसी गुडगाँव की भारतीय कंपनी दुनियां की ताकतवर मोबाइल कंपनियों को पछाड़ प्रथम स्थान पर आ खड़ी हुई ।
जनधन योजना के साथ अपने भारतीय एटी एम् कार्ड रुपे को लोकप्रिय करना भी एक बड़ी उपलब्धि है। डेबिट/क्रेडिट कार्ड्स पर दुनियां की दो बड़ी कंपनियों मास्टर्स और वीजा का एकाधिकार है। नयी बात है की हमारे रिज़र्व बैंक ने इनको दुनिया में पहली बार चुनौती दी और सफलता प्राप्त की है।

परन्तु  हैरानी होती है की ऐसे में सुरक्षा और बीमा में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश की सीमा 26% से 49% बढाने की क्या मजबूरी आन पड़ी थी? पीपीपी मॉडल जिसके खिलाफ इतनी जनधन की लूट की शिकायते आ रही है उसको इतना प्रोत्साहित करके सरकार अपनी जिम्मेवारी से क्यों भाग रही है?  क्रायोजेनिक इंजन और सुपर कंप्यूटर को स्वदेशी तकनीक से विकसित करने वाला भारत सुरक्षा क्षेत्र में क्यों नहीं निर्यातक बन सकता। वायदा बाजार पर अंकुश क्यों नही लगाया जा रहा। आलू-टमाटर-प्याज जैसी रोजमर्रा की चीजो की कीमतें क्यों काबू नहीं आरही? हम इस बात के लिए थोडा इन्तजार कर सकते है। परन्तु जिस प्रत्यक्ष विदेशी निवेश के लिए भारत बंद करवाने में भाजपा ही सबसे आगे थी, आज उसी के नेता उसकी पुरजोर वकालत करते दिखते हैं ! अभी तक खुदरा व्यापार के बहु ब्रांड में एफडी आई समाप्त करने की ओर भी कदम बढाने की ढिलाई परेशानी करने वाली है।मंच सरकार से मांग करता है कि प्रत्यक्ष विदेशी निवेश की अब तक की कारगुजारी पर श्वेत पत्र जारी करे। जी एम् फसलो के जमीनी परीक्षण पर जब भाजपा के चुनाव घोषणा पत्र में आश्वासन दिया था तो फिर पर्यावरण मंत्रालय की एक समिति कैसे उसके खिलाफ सिफारिश कर रही है?

इन सब विषयों के प्रचार व जनजागरण के लिए 25 सितम्बर से 2 अक्टूबर के बीच स्वदेशी सप्ताह मनाया जायेगा । इस बीच साहित्य वितरण, चर्चा गोष्टियो का आयोजन होगा। इसी तरह देश भर के स्वदेशी चिन्तको, आन्दोलनकारियो और कार्यकर्तायो का जमावड़ा जयपुर में 11-12 अक्टूबर में राष्ट्रीय स्वदेशी संगम होगा। पंडित दीनदयाल  द्वारा रचित एकात्म मानव दर्शन का ये स्वर्ण जयंती वर्ष है। मंच की और से विभिन्न कार्यक्रमों द्वारा मनाया जायेगा और इसके साथ साथ इसे आधुनिक विकास का मॉडल के नाते चर्चा भी की जायेगा। हमारा मानना है की उस पुराने रास्ते को समझ कर बढे गे तो  भारत को दुनिया के लिए आकाशदीप बनाएगा।
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