दिनांकः 03 मार्च 2012
विषयः संयोजकों/सह-संयोजकों/संगठक/अखिल भारतीय पदाधिकारियों की विशेष बैठक, 18-19 फरवरी 2012, नई दिल्ली
मान्यवर,
दिनांक 18 फरवरी 2012 को प्रांतः 10ः30 बजे मंच के नई दिल्ली स्थित कार्यालय में संयोजकों/सह-संयोजकों/संगठक/अखिल भारतीय पदाधिकारियों की विशेष बैठक प्रारंभ हुई। श्री राजीव क्षीर सागर ने ‘‘भारत प्यारा, देश हमारा आगे बढ़ता जाता है’’ गीत प्रस्तुत किया।
मंच के राष्ट्रीय संयोजक श्री अरूण ओझा ने बैठक में चर्चा के लिए प्रमुख रूप से दो बिंदुओं पर बल दिया। 1. संगठन, 2. आंदोलन। श्री ओझा ने स्व. ठेंगड़ी जी का स्मरण करते हुए कहा कि सबको (संगठनों) को साथ मिलकर आजादी की यह दूसरी लड़ाई लड़नी होगी। उन्होंने कहा इसके लिए हमकों मंच रहने के साथ साथ सशक्त संगठनात्मक संरचना खड़ी करनी होगी। भले ही वह संरचना संगठन ना हो। इस पर भी हमें निर्णय करना है कि हमारी लघुतम संगठनात्मक ईकाई क्या हो?
श्री सरोज मित्रा ने कहा कि आंदोलन व कार्यक्रम करते रहने से मंच मजबूत होता है। इस कारण से हम थोडे समय में ही बहुत फैल गये। न्यूनतम ढ़ांचा तो जरूर होना चाहिए किंतु इसकी पहचान करके ही संगठन के बारे में विचार करना चाहिए। उन्होंने कहा कि जे.पी. आंदोलन का संगठन आज कहां है? राम जन्म भूमि आंदोलन से जुड़े करोड़ों नौजवान आज कहां है? आर्थिक विषयों पर जनआंदोलनों के कारण ही मंच की स्वीकृति समाज में बनी एवं बढ़ी है। ठेंगड़ी जी के विचारों के बारे में स्वदेशी पत्रिका एवं अन्य प्रकाशनों में अधिक से अधिक प्रकाशित किया जाना चाहिए।
श्री मुरलीधर राव ने कहा कि हम एक मंच है, संगठन नहीं है। समाज में हमारी प्रासंगिकता एवं ताकत हमारे विचार से ही है। जनता से जुड़े मुद्दों पर सबसे पहले सोचना, उन पर आवाज उठाना, नये विचारों को पैदा करना, ऐसे लोगों को जोड़ना, निरंतर गतिविधियां चलाते रहना, यह सब बातें भी मंच के कार्यकत्र्ताओं की रिपोर्टिंग का हिस्सा होनी चाहिए। उदाहरण के लिए तमिलनाडू में मंच का काम वहां के औद्योगिक संकूल के अध्ययन (ब्सनेजमते ेजनकल) के कारण व्यापक रूप से खड़ा हुआ। आंध्र प्रदेश में सप्ताहिक बाजारों का अध्ययन के कारण बड़ी मात्रा में वहां काम खड़ा होने की संभावना है। हाल ही में नई दिल्ली में मंच की अगवाई में एफ.डी.आई. के मुद्दे पर व्यापारियों के मंच पर सभी स्टेक हाॅलडर्स एकत्रित हुए तो एफ.डी.आई. की लड़ाई को भारी बल मिला। इसी प्रकार हमें विभिन्न किसान, मजदूर, मछुवारों, बुनकर, लघु उद्यमियों, युवाओं व अन्य संगठनों को भी एकत्रित करना होगा। इन बिंदुओं पर हमारे प्रांतों की क्या स्थिति है? इस पर भी विचार किया जाना चाहिए।
बैठक में व्यापक चर्चा के उपरांत यह निर्णय किया गया कि मंच की ग्रामीण क्षेत्रों में लघुतम संगठनात्मक ईकाई प्रखंड (क्मअमसवचउमदज ठसवबा) एवं शहरी क्षेत्रों में वार्ड को माना जायेगा।
संगठनात्मक स्थितिः प्रांतों की संगठनात्मक स्थिति के बारे में निम्नलिखित बिंदुओं पर कार्यकर्ताओं ने जानकारी प्रस्तुत की-
1. प्रांत टोली, 2. विभाग/जिला/प्रखंड टोली, 3. कार्यालय, 4. ट्रस्ट/सोसायटी, 5. बैंक खाता, 6. पूणकालीक कार्यकर्ता
केरल- श्री के.वी. बीजू, तमिलनाडू-श्री श्रीनिवासन, आंध्र प्रदेश-श्री अपाला प्रसाद, राजस्थान-श्री राजकुमार चतुर्वेदी, महाराष्ट्र-श्री अजय पत्की, गुजरात-श्री कश्मीरी लाल, मध्य प्रदेश-श्री जगत नारायण सिंह, छत्तीसगढ़-श्री मोहन पवार, उड़ीसा-श्री शत्रुघ्न तरई, बंगाल-श्री सुब्रत मंडल, कर्नाटक-श्री बी.जी. प्रदीप, झारखंड़-श्री राजेश उपाध्याय, बिहार-श्री दिलीप निराला, सिक्किम एवं असम-श्री अन्नदा पाणीग्रही, जम्मू कश्मीर-श्री पवन बडू, हिमाचल प्रदेश-श्री देशबंधु, पंजाब-श्री कृष्ण शर्मा, हरियाणा-श्री दीपक शर्मा ‘प्रदीप’, दिल्ली-श्री जितेन्द्र महाजन, अवध-श्री जनार्दन सिंह।
मंच के राष्ट्रीय संगठक श्री कश्मीरी लाल ने बताया कि कुल 665 जिलों में से 324 जिलें में मंच की सक्रिय ईकाईयां हैं एवं अन्य 91 जिलों में सक्रिय ईकाईयां तो नहीं है किंतु मंच की गतिविधियां चलती रहती है।
वृत्तः आंध्र मंे संपन्न हुई गतिविधियों के बारे में श्री राज महेंद्र रेड्डी, बिहार के बारे में श्री दिलीप निराला, मध्य प्रदेश में युवा मोर्चा की गतिविधियों के बारे में श्री देवेन्द्र विश्वकर्मा, उड़ीसा में वेदान्त यात्रा, विवेकानन्द जयंती, एफ.डी.आई. के विरोध में आयोजित बंद, विषय में श्री अन्नदा पाणीग्रही, झारखंड के 6 जिलों में एफ.डी.आई. पर भारत बंद, हस्ताक्षर अभियान, स्वदेशी मेला, परिवार सम्मेलन, 15 जिलों में गोष्ठी के संबंध में श्री राजेश उपाध्याय, पंजाब में 6 स्थानों पर एफ.डी.आई. पर कार्यक्रम, बाबू गेनू बलिदान दिवस के बारे में श्री कृष्ण शर्मा, छत्तीसगढ़ में ईस्ट इंडिया रथ निकालना एवं गिरफ्तारियों के बारे में श्री मोहन पंवार, केरल में कोका-कोला कंपनी का विरोध करते हुए श्री के.वी. बीजू की 8 दिन की जेल यात्रा के बारे में, 3 स्थानों पर एफ.डी.आई. कार्यक्रम के बारे में श्री जनार्दन, बंगाल में आलू किसानों के लिए 10 ब्लाॅकों में लड़ी गई लड़ाई के बारे में श्री सुब्रत मंडल, महाराष्ट्र में व्यापारी संगठन सी.ए.आई.टी. के साथ भीख मांगों यात्रा, बाबू गेनू बलिदान दिवस, स्वदेशी विषय पर माननीय सरकार्यवाह जी का उद्बोधन के बारे में श्री अजय पत्की, महिलाओं के क्षेत्र में प्रांत सम्मेलनों के बारे में श्रीमति रेणु पौराणिक, हिमाचल में बाबू गेनू बलिदान दिवस के बारे में श्री देशबंधु, भोपाल में आयोजित एफ.डी.आई. रैली एवं बाबू गेनू बलिदान दिवस के बारे में श्री अरविन्द खांडेकर, तमिलनाडू में एफ.डी.आई. यात्रा में 1 लाख लोगों से जनसंपर्क, 1 हजार व्यापारियों की जनसभा एवं 8 काॅलेजों में काले धन पर सेमिनार एवं एफ.डी.आई. पर श्री एस. गुरूमूर्ति, श्री शेखर स्वामी, श्री मोहन गुरूस्वामी के लेखों की पुस्तक प्रकाशित करने के बारे में श्री श्रीनिवासन ने जानकारी दी।
रिटेल में एफ.डी.आई. के मुद्दे पर राष्ट्रीय सम्मेलनः नई दिल्ली में 10 फरवरी 2012 को आयोजित राष्ट्रीय सम्मेलन की जानकारी देते हुए श्री दीपक शर्मा ‘प्रदीप’ ने बताया कि स्वदेशी जागरण मंच की पहल पर देश भर के 31 संगठनों (राजनेता, अर्थ शास्त्री, किसान, व्यापारी, ट्रांसपोर्ट, लघु उद्योग, हाॅकर्स, कंज्यूमर, मजदूर, सहकारी, ए.पी.एम.सी. एवं अन्य) ने इस कार्यक्रम को आयोजित किया। देश के 23 प्रांतों के 48 संगठनों से 900 राष्ट्रीय नेताओं ने इसमें भाग लिया। दिन भर चले इस सम्मेलन में डाॅ. मुरली मनोहर जोशी, सी.पी.एम. संसदीय दल के नेता श्री वासुदेव आचार्य, फारवर्ड ब्लाॅक के महामंत्री एवं सांसद श्री देवव्रत विश्वास, श्री मुरलीधर राव, भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष श्री नरेश टिकैत, भारतीय कृषक समाज के अध्यक्ष श्री कृष्णवीर चैधरी, किसान महापंचायत के अध्यक्ष श्री रामपाल जाट, भारतीय उद्योग व्यापार मंडल के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री श्याम बिहारी मिश्रा, कन्फडरेशन आॅफ आॅल इंडिया ट्रेडर्स के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री बी.सी. भरतिया, पूर्व केंद्रीय मंत्री श्री संजय पासवान, प्रख्यात अर्थशास्त्री श्री मोहन गुरूस्वामी, डाॅ. वंदना शिवा, अमूल के प्रबंध निदेशक श्री आर.एस. सोढी, कंज्यूमर फाॅरम से श्री बीजोन मिश्रा, ग्राहक पंचायत से श्री बी.एस. सचदेवा, आॅल इंडिया ट्रांसपोर्ट कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री प्रदीप सिंघल, राष्ट्रीय हाॅकर्स संघ के अध्यक्ष श्री शक्तिमान घोष, मजदूर संगठन से श्री पवन कुमार, किसान संघ से श्री प्रभाकर केलकर, लघु उद्योग संगठन से श्री पी.सी. कोशी, ए.पी.एम.सी. के श्री कीर्ति राणा सहित अनेक नेता उपस्थित थे।
इस संबंध में आंदोलन को आगे बढ़ाने के लिए 92 सदस्यों की राष्ट्रीय संयुक्त समिति की बैठक दिनांक 27 फरवरी 2012 को नई दिल्ली में हुई। इस बैठक में सर्वसम्मति से निम्नलिखित निर्णय लिए गए-
1. मार्च के महीने को देश भर में त्मजपंस क्मउवबतंबल डवदजी के रूप में मनाया जायेगा।
2. सभी राज्यों में मुख्यमंत्रियों, विधान सभा में नेता प्रतिपक्ष, सांसदों, सभी राजनैतिक दलों के नेताओं, प्रधानमंत्री, लोक सभा व राज्य सभा में नेता प्रतिपक्ष को एक पंक्ति का ‘‘हम रिटेल सेक्टर में विदेशी निवेश का कड़ा विरोध करते हैं तथा सरकार को चेतावनी देते है कि इस संबंध में वह अपने कदम आगे ना बढ़ाये।’’ यदि कोई प्रांत ज्ञापन की इस भाषा में कोई बदलाव करना चाहे तो कर सकते है। यह ज्ञापन सभी सेक्टरों (किसान, मजदूर, लघु उद्यमी, व्यापारी आदि-आदि) की ओर से अलग-अलग दिया जायेगा।
3. दिनांक 7 मार्च को एफ.डी.आई. की होली देश भर में गांव/शहरों में जलाई जायेगी।
4. दिनांक 16 मार्च को सभी जिला केन्द्रों पर एक दिन का धरना/उपवास आयोजित किया जायेगा।
5. दिनांक 23 मार्च (भगत सिंह, राजगुरू व सुखदेव बलिदान दिवस) को देश भर में 11 बजे घंटे घडियाल बजाये जायेंगे।
6. दिनांक 30 मार्च को गांधी जी की प्रतिमा के सामने अपने-अपने तरीकों से गांधीगिरि की जायेगी।
7. सभी राज्यों में राज्यस्तरीय सम्मेलन आयोजित किये जायेंगे।
विशेष उल्लेखः प्रख्यात चिंतक एवं विचारक श्री के.एन. गोविन्दाचार्य ने कहा कि देश में अनेक संगठन जनता से जुड़े हुए मुद्दों पर संघर्ष कर रहे है। स्वदेशी जागरण मंच के कार्यकर्ताओं को उन सबके साथ संवाद, सहयोग एवं समन्वय करके चलना होगा। हमें अपनी पहल पर यह ध्यान रखना होगा कि कहां-कहां, क्या-क्या चल रहा है। गंगा, गऊ, जल, जमीन, जंगल, जानवर, भ्रष्टाचार, भूमि अधिग्रहण आदि अनेक मुद्दों पर देश में सहमति और स्वीकृति बन रही है। भ्रष्टाचार से अकेले एक परिवहन विभाग में ही 2500 करोड़ का काला धन जनरेट हो रहा है।
जन जागरण एवं प्रचार के बाद हमें अब दबाव और टकराव की तरफ भी बढ़ना है। इससे हमारी ताकत और धार बढ़ती है। इन्हीं चीजों को ध्यान में रखकर दिनांक 12,13, 14, मार्च 2012 को नई दिल्ली में धरना एवं उपवास करके यह मांग की जायेगी कि केंद्रीय बजट का 7 प्रतिशत हिस्सा सीधा ग्राम पंचायतों को दिया जाए तथा इसको खर्च करने का अधिकार, जवाबदारी व योजना का अधिकार, यह सभी ग्राम पंचायतों के पास ही रहे। देश भर में सभी राज्यों में स्वदेशी जुटान आयोजित करके मुद्दों एवं मूल्य के आधार पर सज्जन शक्ति को एकत्रित करना होगा। राष्ट्रीय स्वाभिमान, गायत्री परिवार, आर्ट आॅफ लिविंग, यूथ अगेंस्ट करप्शन, यूथ फाॅर डेमोकरेसी, ट्रांसपेरेंसी इंडिया एवं अन्य अनेक समूह इन मुद्दों पर काम कर रहे हैं। राजस्थान एवं बिहार में स्वदेशी जुटान का कार्यक्रम निश्चित हो चुका है।
महिला क्षेत्रः राष्ट्रीय महिला प्रमुख श्रीमति रेणु पौराणिक ने बताया कि 7 प्रांतों में महिला प्रमुखों को दायित्व दिया गया है। बंगाल, छत्तीसगढ़ एवं आंध्र प्रदेश ने अप्रैल 2012 तक एवं पंजाब ने मई 2012 तक महिला प्रमुख का नाम निश्चित करके सूचना देने की घोषणा की। शेष प्रांत भी शीघ्र ही प्रांत महिला प्रमुख का नाम निश्चित करके श्री सरोज मित्रा एवं श्रीमति रेणु पौराणिक को सूचित करेंगे।
राष्ट्रीय विचार वर्गः राष्ट्रीय विचार वर्गों की गुणवत्ता और अधिक बेहतर करने के लिए विस्तार से चर्चा के उपरांत निम्नलिखित बिंदुओं पर सहमति बनी-
1. विचार वर्गों की रिकार्डिंग हो तथा उनकी सी.डी. बनाई जाएं।
2. विचार वर्गों में पाॅवर प्वांईट प्रजेंटेशन की सुविधा रहे।
3. विचार वर्ग के सभी सत्रों के सारांश की पुस्तिका छपे।
4. वक्ताओं को विषय एवं कार्यक्रम की पूर्व में सूचना दी जाए।
5. विचार वर्ग की केंद्रीय समिति बनाई जाए।
6. सत्रों एवं पाठ्यक्रम पर पर्याप्त तैयारी की जाए।
7. सभी प्रांत विचार वर्गों में योग्य कार्यकर्ता को भेंजे तथा बाद में उन्हें दायित्व भी दे।
8. कुछ विषय राष्ट्रीय स्तर पर निश्चित किए गये (स्वदेशी विकास यात्रा, स्वदेशी जागरण मंच-त्वंक ।ीमंक, खुदरा व्यापार में विदेशी निवेश, मुक्त व्यापार समझौतें, आर्थिक शब्दावली, वैश्विकरण के 20 वर्ष, चीन से चुनौतियां, रचनात्मक एवं सफल प्रयोग) ये सभी विषय विचार वर्गों में समान रहेंगे। इन विषयों की 5 पुस्तिकाएं पहले से ही सभी प्रांतों को भेज दी जायेगी। शेष विषय प्रांत अपनी सुविधा से निश्चित करेंगे।
राष्ट्रीय विचार वर्ग पूर्वी क्षेत्रः 6,7,8 जुलाई 2012 को बिहार के बोध गया में आयोजित किया जायेगा। इस विचार वर्ग के प्रमुख के रूप में श्री बिरंची नारायण पंडा, नियंत्रक श्री प्रणय राय एवं सह-नियंत्रक श्री अखिलेश (रिंकू जी) रहेंगे।
राष्ट्रीय विचार वर्ग पश्चिमी क्षेत्रः इसकी सूचना बाद में भेजी जायेगी।
राष्ट्रीय विचार वर्ग उत्तरी क्षेत्रः 1,2,3 जून 2012 को भीलवाडा (राजस्थान) में आयोजित किया जायेगा। इस संबंध में श्री भगीरथ चैधरी (9413369367), राजकुमार चतुर्वेदी (9928293381) सह-संयोजक राजस्थान से संपर्क करें।
राष्ट्रीय विचार वर्ग दक्षिणी क्षेत्रः यह विचार वर्ग तमिलनाडू में आयोजित किया जायेगा। शेष सूचना बाद में भेजी जायेगी।
राष्ट्रीय विचार वर्ग आयोजन समितिः राष्ट्रीय विचार वर्ग के लिए केंद्रीय स्तर पर निम्नलिखित समिति का गठन किया गया-
1. डाॅ. अश्वनी महाजन, नई दिल्ली 2. डाॅ. रणजीत सिंह, राजस्थान
3. श्री बी.जी. प्रदीप, कर्नाटक 4. श्री श्रीनिवासन, तमिलनाडू
5. श्री अजय पत्की, महाराष्ट्र 6. श्री विनोद कुमार सिंह, बिहार
7. श्री भोला नाथ मिश्रा, उत्तर प्रदेश
मुक्त व्यापार समझौतेः दक्षिण क्षेत्र सहसंयोजक श्री के.वी. बीजू ने बताया कि यूरोपिय संघ (म्न्) के साथ मुक्त व्यापार समझौतों के विषय में सरकार तेजी से आगे बढ़ रही है। इसके कारण लघु उद्योगों का क्षेत्र तो प्रभावित हो ही रहा है, साथ ही साथ कृषि क्षेत्र को इसके दुष्परिणाम भुगतने होंगे। उदाहरण के लिए यूरोपीय संघ में प्रति गाय के लिए 900 डाॅलर की सब्सिडी वार्षिक दी जाती है। ऐसी स्थिति में यदि विदेशों से दुग्ध उत्पादों का कर मुक्त आयात होगा तो ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को दुग्ध एवं मवेशियों से होने वाली आमदनी पर गहरा प्रभाव पडे़गा। उन्होंने बताया कि आज ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को होने वाली कुल आमदनी का 72 प्रतिशत ।दपउंस भ्नेइंदकंतल की आमदनी से ही प्राप्त होता है।
इस संबंध में साहित्य निर्माण, जन जागरण एवं आंदोलन के कार्य को आगे बढ़ाने के लिए केंद्रीय स्तर पर निम्नलिखित समिति का गठन किया गया। यह समिति सांसदों, मुख्यमंत्रियों एवं सभी स्टेक हाॅलडर्स से संपर्क करेंगी एवं राष्ट्रीय तथा प्रांत स्तर पर देश भर में कार्यक्रमों का आयोजन करेगी। डाॅ. अश्वनी महाजन ने कहा कि 15 दिनों (5 मार्च 2012) तक इस संबंध में एक पुस्तिका सभी प्रांतों को भेज दी जायेगी।
1. डाॅ. अश्वनी महाजन (प्रमुख)
2. श्री के.वी. बीजू, केरल (सहप्रमुख)
3. श्री रामनम्बी नारायण, तमिलनाडू (सदस्य)
4. श्री राजकुमार चतुर्वेदी, राजस्थान (सदस्य)
5. श्री शैलेन्द्र सेंगर, दिल्ली (सदस्य)
केंद्राशः श्री कृष्ण कुमार अठासिया ने राज्यों की ओर से भेजे जा रहे केंद्राश की जानकारी प्रस्तुत की। निम्नलिखित प्रांतों ने अपना केंद्राश भेजने की घोषणा की।
छत्तीसगढ़ - 25000 रू. (फरवरी तक), केरल-5000 रू. (फरवरी तक), बिहार-10000 रू. (राष्ट्रीय परिषद की बैठक तक), हिमाचल-5000 रू. (फरवरी तक), राजस्थान-25000 रू. (मार्च तक), तमिलनाडू-20000 रू. (मार्च तक), झारखंड-50000 रू. (मार्च तक), अवध-10000 रू. (राष्ट्रीय परिषद की बैठक तक), उड़ीसा-10000 रू. (राष्ट्रीय परिषद की बैठक तक), मध्य प्रदेश-10000 रू. (फरवरी तक), बंगाल-5000 रू. (फरवरी तक), पंजाब-चर्चा कर शीघ्र बतायेंगे, दिल्ली-चर्चा कर शीघ्र बतायेंगे।
सी.बी.एम.डी. एवं चैपालः गरीब महिलाओं को सहायता प्रदान करने के क्षेत्र में कार्य कर रही संस्था चैपाल के विषय में श्री भोलानाथ विज ने विस्तार से जानकारी देते हुए कहा कि सवा साल पहले 85 परिवारों की सहायता करके प्रारंभ किया गया यह प्रकल्प अब तक कुल 2300 परिवारों को सहायता प्रदान कर चुका है। इस संबंध में श्री मुरलीधर राव ने विस्तार से जानकारी देते हुए कहा कि छत्तीसगढ़, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, झारखंड में भी मार्च/अप्रैल 2012, तक ऐसे प्रकल्प प्रारंभ हो जायेंगे। इस संबंध में विस्तार से जानकारी के लिए रिपोर्ट प्रकाशित की जायेगी। श्री मुरलीधर राव ने कहा कि सी.बी.एम.डी. को व्यवस्थित रूप से चलाने एवं आगे बढ़ाने के लिए 24 मार्च को नई दिल्ली में बैठक आयोजित की गई है। इसमें देश के 40 शहरों से प्रतिनिधि भाग लेंगे। इस बैठक में सी.बी.एम.डी. की कार्य पद्वति, मानक, हिसाब-किताब, संगठनात्मक ढ़ांचा, शोध गतिविधियां सहित अनेक विषयों पर विस्तार से चर्चा होगी।
आगामी कार्यक्रमः 1. सभी प्रांतों ने अपने यहां भ्रष्टाचार एवं व्यवस्था परिवर्तन के मुद्दे पर स्वदेशी जुटान आयोजित करने हैं। इस संबंध में श्री दीपक शर्मा ‘प्रदीप’ सहयोग करेंगे। झारखंड में 7, 8 अप्रैल को, जमशेदपुर में जुटान आयोजित किया जायेगा। मध्य प्रदेश एवं राजस्थान प्रांत ने शीघ्र ही स्वदेशी जुटान आयोजित करने की घोषणा की।
2. चीन से चुनौतियां के मुद्दे पर सभी प्रांतों ने कार्यक्रम करने है।
3. एफ.डी.आई के मुद्दे पर नई दिल्ली में 10 फरवरी 2012 को आयोजित राष्ट्रीय सम्मेलन के आधार पर सभी राज्यों में सम्मेलन आयोजित करने है।
4. मुक्त व्यापार समझौते (थ्ज्।) के मुद्दे पर नई दिल्ली में सभी स्टेक होल्डर्स का राष्ट्रीय सम्मेलन दिनांक 28 अप्रैल 2012 को कार्यक्रम आयोजित किया जायेगा। डाॅ. अश्वनी महाजन इस मुद्दे पर कार्यक्रम आयोजित करने की चिंता करेंगे एवं दिनांक 5 मार्च तक सभी प्रांतों को पुस्तिका भेज देंगे। इसी के आधार पर प्रांतों में भी कार्यक्रम प्रारंभ करने है।
5. कृषि संबंधी विषयों पर कृषि काॅलेजों को जोड़ते हुए कार्यक्रम करने है, आर्थिक क्षेत्र के लोगों को जोड़ते हुए आर्थिक सम्मेलन करने हैं, गांवों के युवाओं को जोड़ते हुए कार्यक्रम आयोजित करने हैं।
6. राष्ट्रीय परिषद की बैठक दिनांक 19, 20 मई को आगरा, उत्तर प्रदेश में आयोजित की जायेगी।
7. बिहार, छत्तीसगढ़ प्रांत ने आर्थिक सम्मेलन शीघ्र ही आयोजित करने की घोषणा की।
8. बिहार, मध्य प्रदेश एवं उड़ीसा प्रांतों ने कृषि काॅलेजों को केंद्र बनाकर कृषि से संबंधित मुद्दे पर सम्मेलन करने की घोषणा की।
9. देवघर सम्मेलन में भूमि अधिग्रहण कानून के संबंध में विस्तृत रिपोर्ट तैयार करने की घोषणा की गई थी। डाॅ. अश्वनी महाजन शीघ्र ही इस संबंध में रिपोर्ट तैयार करके प्रस्तुत करेंगे।
10. प्रांत सम्मेलनः हरियाणा का प्रांत सम्मेलन 25 मार्च को पानीपत में, केरल का प्रांत सम्मेलन 9,10 जून को, कर्नाटक का प्रांत सम्मेलन अप्रैल में चित्रदुर्गा में, हिमाचल प्रदेश का प्रांत सम्मेलन मई में चिंतपूर्णी मे, पंजाब का प्रांत सम्मेलन अप्रैल में, बंगाल का प्रांत सम्मेलन 5,6 अप्रैल को कोलकत्ता में, बिहार का प्रांत सम्मेलन अगस्त में मुजफ्फरपुर में, उड़ीसा का प्रांत सम्मेलन 7,8 अप्रैल को राउरकेला में आयोजित किया जायेगा। राजस्थान का प्रांत सम्मेलन 8 अप्रैल की बैठक में निश्चित किया जायेगा। झारखंड का प्रांत सम्मेलन 2 अप्रैल की बैठक में निश्चित किया जायेगा। जम्मू का प्रांत सम्मेलन मई के बाद आयोजित किया जायेगा। मध्य प्रदेश का प्रांत सम्मेलन 28,29 जुलाई को आयोजित किया जायेगा। तमिलनाडू एवं छत्तीसगढ़ के प्रांत सम्मेलन की घोषणा शीघ्र ही कर दी जायेगी।
अन्यः मंच के संस्थापक संयोजक श्री एम.जी. बोकरे के छोटे भाई एवं मंच की राष्ट्रीय परिषद के सदस्य श्री दिवाकर बोकरे का निधन दिनांक 16 फरवरी 2012 को सायं 6.00 बजे पूना में हो गया था। उनके संबंध में श्री अजय पत्की ने विस्तार से बताया तथा सभा में 2 मिनट का मौन रखकर उनको श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
राष्ट्रीय खुदरा सम्मेलन से मंच के संपर्क में आये श्री सतीश गर्ग (महामंत्री, कन्फडरेशन आॅफ आॅल इंडिया ट्रेडर्स) का परिचय श्री कश्मीरी लाल ने करवाया। देशी-विदेशी वस्तुओं की सूचि स्वदेशी पत्रिका के मार्च अंक में छप जाए, यह डाॅ. अश्वनी महाजन सुनिश्चित करेंगे।
समारोपः श्री अरूण ओझा ने बैठक का समारोप करते हुए कहा कि हम नये प्रयोग करे, हमारी सक्रियता बढ़े तथा आगामी राष्ट्रीय सभा में देश के 80 प्रतिशत जिलों से हम प्रतिनिधियों को ला पाने में सफल हों। आजादी की इस लड़ाई में स्वदेशी जागरण मंच एक सशक्त औजार बनें। इसी भावना से हम अपने काम में अधिक ताकत से लगे।
इसी के साथ यह बैठक संपन्न हो गई।
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