उम्र मात्र अंक मात्र है।
आज मैं आपको कुछ ऐसे तथ्य बताना चाहता हूं जिसके कारण लगेगा की उम्र बढ़ने के साथ आदमी कमजोर नहीं होता और ना ही होना चाहिए । उसके लिए एक कहानी सुनाई जाती है एक राजा के और उसका पुराना हाथी, जिसने बहुत युद्ध सफलतापूर्वक लड़े थे और अब क्योंकि आयु बढ़ चुकी थी उसको आराम करने दिया जाता था। अचानक एक दिन वह तालाब के कीचड़ में फंस गया और बाहर नहीं निकल पाया उसकी स्थिति दयनीय हो गई । उसकी सहायता की गई लोगों ने बहुत जोर लगाया, चारो तरफ से रस्सियां फेंकी गई, बांधी गई, खींची गई, पर बेकार । अंत में राजा ने एक पुराने मंत्री को बुलाया और उसने सलाह दी के आसपास युद्ध के नगाड़े बजाए जाए, दुंदभी भी बजाई। जाए लोग हैरान अरे हाथी मर रहा है और यह युद्ध के साज, क्या मज़ाक है? लेकिन जैसे ही युद्ध के नगाड़े बजाए गए तो हाथी को लगा कि युद्ध होने वाला है, हो रहा है और वह पुराने रूप में आ गया और खुद जोर लगाता हुआ कीचड़ से बाहर। जोर-जोर से तालियां बजने लगी। मैन ऐसी ही कथा एक बूढ़े आदमी की सुनी जिससे पूछा गया कि इस बड़े वजन को उठा सकते हो क्या, तो वो बोला मुझे कुछ गांव से लोग बुलाने दो, जिन्हों उसके बुजुर्गों की गौरवशाली कथाएं सुनाई, विरदावली गाई, और वो व्यक्ति धीरे धीरे जोश में आता गया और, देखो,अरे,उस उत्साह में उस वजन को आश्चर्यजनक ढंग से उठा गया।आदमी बूढ़ा होने पर न, हाथी बूढ़ा होने पर इतना कमजोर नहीं होता, जितना वो मानने लगे जाता है। हाथी को ढोल-नगाड़े बजाकर जगाना पड़ता है, आदमी को प्रेरक कथाओं, दृष्टांतो से ताक़तवर बनाया जा सकता है। यही है हमारी आज की कथा का प्रारंभ।
उम्र एक सच्चाई है, परंतु उसमे दुःख ही दुख है, नया कुछ हो ही नहीं सकता ये एक झूठ है।
2. हम देखते हैं इस देश में भी 63 साल से ऊपर की उम्र में एक व्यक्ति प्रधानमंत्री बनता है प्रवास करता है ना दिन देखता है ना रात देखता है और सब लोग उसकी ऊर्जा की ऊर्जा की सराहना करते हैं , वो कभी छुट्टी नहीं लेता। और उसका नाम है नरेंद्र भाई मोदी
3. यह सामने वकील अभी 90 साल की कम उम्र का नहीं होगा परंतु आज भी उसकी चतुराई तर्कशीलता और चुस्ती देखकर बड़े-बड़े नौजवान लज्जित होते हैं इसका नाम है श्री राम जेठमलानी ।
अभी आपने देखा किस प्रकार श्री अरुण जेटली से सुप्रीम कोर्ट में भिड़ रहा था। किसी ने पूछा कि आप कैसे चुस्त रहते हो, बोला में जवानों के बीच रहता हूँ, उनकी तरह सोचता हूँ।
4.आगे देखें यह भी कोई कम फुर्ती लिए हुए नहीं है और आयु भी 90 से ऊपर है प्रधानमंत्री की दावेदारी पूरी थी और आज भी सक्रियता बरकरार है किसका नाम है लालकृष्ण आडवाणी।
5. दुनिया में अमिताभ बच्चन को ही देखना चाहिए आज 75 साल (1942) से ऊपर का है परंतु हर चीज में अति सक्रिय है ट्विटर पर Facebook पर। कौन बनेगा करोड़पति में कितना समझदार लगता है, हर उत्तर ध्यान से सुनता है, तुरन्त मजाक बना लेता है, बिना किसी को छोटा बताए।
WhatsApp पर किस-किस में वह सक्रिय नहीं है उम्र को धत्ता बता रहा है शशि कपूर भी कम सक्रिय नहीं था 78 वर्ष (1938) की आयु में मैंने जब उसका ट्वीट पढ़ा था की किस प्रकार वह दुनिया की बड़ी कंपनियों में से एक मजाक उड़ा रहा था, ज़रा का, तो मैं हैरान रह गया धन्यवाद आगे देखिए
विदेशी उदाहरण:
6. आगे देखेंगे तो हमें हैरानी होगी की होगी एक व्यक्ति 70 साल तक व्यापार करता रहा और कभी छोटा सा चुनाव भी नहीं लड़ा पर अचानक अमेरिका की सबसे बड़ी लड़ाई लड़ता है और राष्ट्रपति चुना जाता है नाम आप जानते हैं श्री डोनाल्ड ट्रंप, कभी पागल बूढ़ा कहा जाता था, सीरियसली नहीं लिया जाता था,
7. दक्षणी अफ्रिका में रंगभेदी नीति के विरुद्ध 76 साल तक तो लड़ने वाले और तत्पश्चात राष्ट्रपति , 1994 से 1999बनने वाले महापुरुष, 2013 में स्वर्गवास। 1918 में जन्मे, मायने जलियावाला बाग़ घटना से भी पहलेजन्मे से हैम प्रेरणा ले सकते है - नेल्सन मंडेला I am not a saint, unless you think of a saint as a sinner who keeps on trying.( 95 वर्ष में गए।)
6. इसी प्रकार पुरानी इतिहास में भी देखें तो कई व्यक्ति हमको बहुत ताज्जुब करने वाले लोग होते हैं एक हार्ट सर्जन जिनकी आयु 99 वर्ष की थी वह राष्ट्राध्यक्षों के भी त्रिदेव की शल्य चिकित्सा करते थे ,Michel DeBake डबैक, इससे पहले उसके अपने लड़के का देहावसान हार्ट अटैक से मारा, रोलर पंप उस की ईजाद है।
7. और यह सामने चित्र लगा है एक व्यक्ति का जो 91 वर्ष की आयु में अपने युवा लेखक को चिढ़ा रहा है कि अगर कल रात आप स्पेन लिए लिए 16 गए होते तो हमारी इस ऐतिहासिक पुस्तकों की श्रृंखला का नोवा संग्रह पूर्ण हो गया होता मेरे सामने उस समय पूरा पैनोरमा था जो एक दो घंटा और चलता तो संग्रह पूरा हो जाता युवा लेखक बोलता है सर अब कर लीजिए पूरा नहीं अब तो नहीं हो सकता क्योंकि मैं थक चुका हूं और जाने की तैयारी में हूं और उसी दिन वह प्राण पखेरू उड़ जाते हैं और 91 वर्ष की आयु में वह महान इतिहासकार जिसको आधुनिक प्रोफेशनल इतिहास का पिता कहा जाता है शरीर छोड़ जाता है । नाम है लेइपोल्ड वन रैंक leopold Von Ranke जो जर्मन का रहने वाला था।
8. कुछ कोट्स मेरे सामने हैं हम इसलिए खेलना छोड़ देते हैं क्योंकि हम बूढ़े नहीं हो जाते हैं बल्कि इसलिए बूढ़े हो जाते हैं क्योंकि हम खेलना छोड़ देते हैं अज्ञात लेखक का यह वाक्य अति सराहनीय है
एक बूढ़े आदमी की टी-शर्ट पर लिखा वाक्य उसके लिए भी था और हमारे सबके लिए भी है:
I am not 60. I am 16 with 44 years of experience. Think different, problems are common to all but attitude makes the difference.
मास्टर नत्था सिंह,
तन की मशीनरी ने जब ढंग से चलना सीखा, इस बूढ़े तन के हर इक, पुर्जे पे जंग आया, जीवन निकल गया तो, जीने का ढंग आया, जब शमा बुझ गयी तो, जीने का ढंग आया।
दूसरा भी बूढ़े व्यक्तियों को चिढ़ाने के लिए मास्टर जी प्रायः बोलते थे:
खुर हिले, ते हाथ ढीले, और कंधा बोझ न ले, ऐसे बूढ़े बैल को कौन बांध भुस दे।
चुटकला, पत्थर और बूढ़ा आदमी, बुढ़ापे में
बूढ़े संतो की कथा, हमारा पंथ कब चलेगा।।।।
कुछ बाते,
1. सेहत के लिए समय लगाना, जैसे नहाने के लिए, शौच आदि के लिए, चार बातें, व्यायाम, आराम, भोजन, दवाई। अपने छोटे छीटे काम करते जाओ, एक एक कर बढ़ाते जाओ। दवाई डॉक्टर की लेते जाओ पर अपनी श्रद्धा की चीजें करते जाओ, तुलसी, अदरख, गिलोय, फल, त्रिफला, अजवाइन,आदि आदि।
2. बोलना कम, सुनना ज्यादा। अमिताभ जी जब कौन बनेगा करोड़पति में जब सु्नते है तो पूरा ध्यान से, एकाग्रता से, संवेदना से, एमपथी से, न कि सिम्पथी से।
3. उसी परिवार के लिए नही, समाज के लिए। सभी बड़े काम ऐसे ही खड़े हुए है,
4. दिमागी फुर्ती बनाये रखें
5. पाजिटिविटी।
6. अपने पैरों पर खड़े रहे, परिवार पर भी निर्भर न रहे, कहानी इस घर को वृद्ध आश्रम बनाना है।
7.किसी ने ठीक ही लिखा
उम्र का बढ़ना तो
दस्तूरे-जहाँ है
महसूस न करो तो
बढ़ती कहां है ।
उम्र को अगर
हराना है तो..
शौक जिन्दा राखिए
घुटने चले या न चले
मन उड़ता परिंदा राखिए।।
मुश्किलों का आना
'Part of life' है
और उनमें से हँस कर बाहर आना
'Art of life' है ।।
वाजपेई जी की कविता उम्र की ऐसी तैसी
.. तजुर्बा एक ऐसी कंघी है जो भगवान तब देता है कि जब सिर के बाल उड़ जाते हैं यह विदेशी सोच है परंतु भारतीय सोच क्या है कि जब बच्चों के बाल बने होते हैं तो भगवान तजुर्बा रूपी कंगी दे देते हैं यह अपने बाल बांधने के लिए नहीं है यह बच्चों को सजाने संवारने के लिए क्योंकि मिली है। वाजपेई जी की कविता उम्र की ऐसी तैसी पढ़नी चाहिए।
चंद्रोदेवी व प्रकाशो देवी, गांव जोहड़ी, ज़िला बागपत शूटर की कहानी। कुल 55 साल की उम्र में शुरू किया, फिर दोनों देवरानी, जेठानी ने शुरू किया अभ्यास। फिर हेरोइन बनी। सांड की आंख में इन्ही का चित्रण।
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