Monday, April 25, 2011

स्वदेशी जागरण मंच के नाम से जो गलत खबर लगी थी, आज प्रधान मंत्री कार्यालय में उसका खंडन भेज दिया है, और मंच ने स्पष्ट किया है की हम जल्दी से जल्दी एन्डोसल्फान पर पूरे देश में प्रतिबन्ध चाहते है। वैसे भी प्रधान मंत्री को स्पष्ट किया की खेती के नाम पर केमिकल का जो जहर देश में फेलाया जा रहा है, उसका एक ही विकल्प है और वह है ओर्गानिक खेती। और स्पष्ट भी किया की अभी तक के सरकारी प्रयास काफी कम है।



हमें पता ही होगा की दुनिया के ६३ देशों में एन्डोसल्फान पर प्रतिबन्ध लगा है, और आस्ट्रलिया जो को इस बात को नहीं मानता था की प्रतिबन्ध लगाना चाहिए, उसने भी गत साल लगा दिया है, और पूरा ख़तम करने के लिए २ साल का समय तय किया है। केरला के कासरगोड जिले में तो इसके भयानक परिणाम देखने को मिल रहे है, और बच्चो के इस कारन से ऐसे विकराल रूप देखने को मिल रहे है, की देख कर चीख निकल आये।



स्वदेशी जागरण मंच की केरल इकाई ने तो इस विषय को लेकर पहले भी आन्दोलन, धरना, प्रस्ताव आदि, जो कुछ भी फ़ो सकता है किया है। लेकिन आज तो बहुत अच्छी बात है की केरल के मुख्य मंत्री ने इस विषय को लेकर और एन्डोसल्फान को पूरे भारत में प्रतिबंधित करने के लिए स्वयं धरना दिया है। मेरे हिसाब से किसी मुख्य मंत्री का कृषि के विषय को लेकर स्वयं धरने देने की पिछले एक साल में दूसरी घटना है। इस से पहले मध्यप्रदेश के मुख्य मंत्री शिव राज सिंह चौहान ने भी किसानो के विषय को लेकर धरना दिया था।



हमें भी इस विषय पर विचार करना चाहिए और इस और इस जैसे अन्य जहरों के बारे जनता को जानकारी देने के लिए कोई न कोई कार्यक्रम लेना चाहिए। आप का बहुत धन्यवाद कार्यक्रम करने से पहले ही.

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