*_*आगामी कार्यक्रम_**
*1. राष्ट्रीय सम्मेलन* इस बार दिसंबर में मैसूर अथवा ग्वालियर में सम्भावित है।
उससे पूर्व प्रान्त अनुसार छोटे डिजिटल विचारवर्ग की योजना सोचनी चाहिए।
*2. राष्ट्रऋषि दत्तोपंत ठेंगड़ी जन्मशती समारोप कार्यक्रम* :
10 अक्टूबर से 10 नवंबर तक सब छोटी-बड़ी इकाइयों पर कार्यक्रम करना, विकेन्द्रित समग्र विकास के लिए संकल्पित होना। dbthengadi.in में संचित साहित्य अध्ययन, चर्चा एवं विकास की अवधारणा हमारे क्षेत्र में कैसे सम्भव हो सकेगा, ऐसा विचार।
*3. स्वदेशी सप्ताह* : हर वर्ष 25 सितम्बर से 2 अक्टूबर तक मनाया जाता है। हम विद्यालय, महाविद्यालय, एवमं अन्य शिक्षण संस्थानों पर विद्यार्थियों पर ध्यान केंद्रित करते हैं। ऐसा इस वर्ष भी प्रत्यक्ष अथवा डिजिटल माध्यम से परिस्थितियों अनुसार करना है। इस वर्ष ज़िले अनुसार स्वदेशी सूचियां वस्तुओं की बांटी जाएं। इसमें एक तरफ ज़िले अनुसार सूचियां छापी जाएं, दूसरे पृष्ठ पर ज़िले की कुछ आर्थिक विशेषताएं लिखी जाएं।
*4. स्वदेशी अर्थ-सृजक सम्पर्क व सम्मान कार्यक्रम* :* 20 जुलाई से 20 सितंबर तक के कालखंड में कोरोना के कारण उत्पन्न बेरोजगारी व मंदी की समस्या के समाधान हेतु जुटना है। हमने इसके लिए जिला स्वदेशी स्वावलम्बन अभियान समितियां बनानी है। इसमें तीन-चार मंच के कार्यकर्ता रहें। एक-एक प्रतिनिधि कृषि, लघु उद्योग, दुकानदार , सामाजिक संस्था, युवा व महिला वर्ग से रहें।
आवश्यकता अनुसार इनकी संख्या बढ़ाई जा सकती है।लेकिन 5-7 की कोर टीम लगातार सक्रिय रहनी चाहिए।
रोजगार सृजन, सफल उद्यमियों आदि से सम्पर्क, संवाद, सहकार आदि द्वारा चयन करके उन्हें किसी कार्यक्रम में सन्मानित करना। इससे सभी में एक सकारात्मक ऊर्जा आएगी।
5. पहले की भांति 9 अगस्त को ' *चीनी कम्पनियों, भारत छोड़ो* ' कार्यक्रम हो सकते हैं, तथा 15 अगस्त को सायंकाल 15 मिनिट के लिए परिवारों में स्वदेशी संकल्प कार्यक्रम करने है।
*विशेष* : जो प्रयास रोजगार सृजन के अपने संगठनों द्वारा सामूहिक रूप से चल रहे हैं, उनके साथ जुड़कर काम करना है। मूल भाव जागृत रखना कि हमने इस आपदा को अवसर में बदलना है।
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