Sunday, February 14, 2021

आत्मनिर्भर भारत (अपना)

आत्मनिर्भर भारत (अपना) 
कौन कौन से प्रश्न पूछने: 
main points
1. Modi also drew inspiration from Swami Vivekananda. Quoting him, Modi said, 'The simplest method to be worked upon at present is to induce Indians to use their own produce and get markets for Indian artware in other countries." This path shown by Swami Vivekananda is inspiration for India in post-COVID world, PM Modi asserted. 
सबसे सरल काम जो हमारे लिए करने का है कि पहले तो  हम भारतीयों को अपने देश का सामान प्रयोग करने के लिए प्रोत्साहित करें और दूसरा काम कि हम दूसरे देशों में अपने देश की कलाकृतियों के लिए बाजार ढूंढे।

2. PM Modi stresses on five ‘Is’ for self-reliant India. June 2, 2020 12:49:55 pmPrime Minister Narendra Modi addressed the Confederation of Indian Industry’s (CII) Annual Session 2020 on Tuesday. 

Prime Minister Narendra Modi addressed the Confederation of Indian Industry’s (CII) Annual Session 2020 on Tuesday, where he assured India Inc that the economy would soon grow with the ‘Unlock 1’ already in place. The prime minister said that strengthening the economy is one of the top priorities alongside fighting coronavirus. 

अंतर: 
1. बहुराष्ट्रीय कंपनियां, विदेशी कंपनियों की आड़ में स्वदेशी न चलता जाए। तीन श्रेणी हो गयी। पहली जो चीन का विकल्प दे सकती है यथा विएतनाम व साउथ कोरिया आदि की कम्पनियां, उनके लिए वैसे ही लाल एनिमल फार्म में ला ओOल कालीन बिछाते है। दूसरी जो दुनिया की ऐसी कंपनियां जो चीन को चमका रही हैं, चीन से तंग आकर बाहर जाने का आसरा ढूंढ रही हैं, बताते हैं हज़ार से ऊपर हैं, एक प्रकार की शरणार्थी हैं, अब कौन शरणागत के खिलाफ बोलेगा। हमारे देश की परंपरा ही है। तीसरी चीन की वो कंपनियां जैसे वीवो, ओप्पो, आदि जो पहले ही शरण ले चुकी हैं। अब उन्हें कैसे भगाएंगे। चौथी वे भारतीय कंपनियां जिन्होंने होलसेल चीनी इन्वेस्टमेंट ले रखी है, वे हमारे हिस्सा बन चुकी हैं, paytm, में विजय शर्मा का 19 प्रतिशत से कम, बाकी चाइनीज अलीबाबा और चालीस चोरों का।  ओला आर इक्वल, बट सम अर मोर इक्वल देन अदर" वाली बात न हो जाए। 
2. मास प्रोडक्शन चाहिए बट प्रोडक्शन बाई मासेस भी हो। रोजगार आवश्यक। सिर्फ ग्रोथ नही, जाबलेस ग्रोथ भी हो सकती है। अंतिम व्यक्ति तक पहुंच की अनदेखी न हो। अंत्योदय, अंतिम व्यक्ति, दरिद्र नारायण आदमी की उपेक्षा न हो। स्टार्टअप, स्टैंड अप आदि में ऋण देते समय अमीर के बेटे के काम को ही ऋण प्रदान किया, एकलव्य उपेक्षित रह गया।
3. नीचे तक शासन के द्वारा ही न हो, समाज की अपनी
 संस्थाए भी इसे देखें। इस लिए स्वदेशी जैसी संस्थाओं की जरूरत है। 
4. चौथी
Five pillars D I E D S

that serve as the foundation for a self-reliant India. Here is what he said:

1. ECONOMY

We need an economy that doesn't bring incremental change but makes quantum jumps.

2. INFRASTRUCTURE

We need infrastructure that will become the identity of modern India.

3. SYSTEM

We need a system that is no longer based on the rules and rituals of the past but one that actualises the dreams of the 21st century. This system needs to be technology-based.

4. DEMOCRACY

We are the world's biggest democracy. A vibrant demography is our strength. It is the source of energy for our efforts to make India self-reliant.

5. DEMAND

The cycle of demand and supply in our economy is an asset. We need to utilise this power fully.

In a big push to revive the Covid-hit economy, Prime Minister Narendra Modi on also announced massive new financial incentives on top of the previously announced packages for a combined stimulus of Rs 20 lakh crore, saying the coronavirus crisis has provided India an opportunity to become self-reliant and emerge as the best in the world.

इससे चीन बेहद खफा है: 

पहले भी लिख चुका हूं , एंटालिया विस्फोटक कांड , जो उपर से पुलिस द्वारा इंडस्ट्रियलिस्ट मुकेश अंबानी को धमका कर पैसा उगाहने का एक साधारण केस लगता है , ऐसा है नहीं ! यह एक अंतरराष्ट्रीय साजिश है भारत के उद्योगपतियों को धमकाने और विदेशी निवेशकों को संदेश देने की , कि भारत उनके लिए निवेश की सही जगह नहीं है। जब से मुकेश अंबानी ने जुलाई से 5 G सेवा बिना चीनी उपकरणों की मदद के सुरु करने की घोषणा की है , चीन बेहद खफा है । उसे इससे अरबों खरबों डॉलर का नुक़सान होगा। वह किसी भी तरह अंबानी की 5G योजना को डीरेल करना चाहता है। इसी कारण तथाकथित किसान आंदोलनकारियों द्वारा रिलायंस जीओ के टावर थोक में तोड़े गए थेे। चीन किसी भी हालत में मोदी जी के आत्मनिर्भर भारत योजना को पलीता लगाना चाहता है जिसमें भ्रष्ट कांग्रेस पार्टी सहित सभी विपक्षी वामदल उसका साथ दे रहे हैं।

भ्रष्ट कांग्रेस पार्टी और चीन की कम्यूनिस्ट पार्टी के बीच हुआ गुप्त समझौता आज चीन के काम आ रहा है। भ्रष्ट कांग्रेस पार्टी महाराष्ट्र की महा अघाडी सरकार को दिए गए सहयोग की कीमत मय सूद वसूल रही है। चीन द्वारा राजीव गांधी फाउंडेशन और इंदिरा गांधी चैरिटेबल ट्रस्ट को दिए गए चंदे का कर्ज उतार रही है।

... wto complaint self reliance and NOT nehruvian era socialism..

1. https://www.drishtiias.com/images/uploads/1625641044_pasted%20image%200.png


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