क्रमांक 1 मेकअप माइंड एंड डोंट माइंड
नंबर दो क्रिएट एनवायरमेंट एंड गिव कंपलीमेंट्स
नंबर 3 फिर सॉरी एंड मेक प्रॉमिस।
विस्तार: पहले का अभिप्राय यह है कि हम पहले पक्का मन बना लें, मेकअप माइंड कि हमको उसको मनाना ही है. अगर मन आधा अधूरा रहा तो फिर ज्यादा लाभ नहीं होगा और इसी का दूसरा हिस्सा है -- डोंट माइंड -- फिर वह जो शिकायतें कर रहे हैं, उटपटांग बातें बोल रहे हैं, गिले-शिकवे कर रहे हैं, उसका बुरा मत मानिए उसको चुपचाप सुनते रहें, और शांति से रहे। इसके लिए अपनी मानसिक तैयारी पूरी रहनी चाहिए कि वह जो भी कहेगा हमको सुनना पड़ेगा हम शांति पूर्वक सुने हैं बीच-बीच में सिर हिलाते रहेंगे और उसकी बातों का बुरा मानेंगे नहीं।
दूसरा काम क्रिएट एनवायरमेंट कुछ अच्छी चीज लेकर जाइए, वहां का वातावरण अच्छा होना चाहिए और बीच में कॉन्प्लीमेंट , ओह, क्या बात है!! आपका यह बहुत बहुत अच्छी लगा, आपकी यह बात बहुत अच्छी लगी... ऐसा बोलते चाहिए इससे वातावरण बनेगा . और कुछ ऐसी और बातें भी मौसम के बारे में देश के हालात के बारे में शुरुआत करते रहिए ताकि थोड़ा हां हां थोड़ा थोड़ा संवाद और थोड़ा गुस्सा कम हो जाए। बात चीत में पूरी एकाग्रता हो।
और तीसरा काम है फील सॉरी कुछ बातों पर अपनी गलती माननी पड़ेगी और वह काम बहुत बुद्धिमानी स और एक आगामी अच्छा सुखद भविष्य दोनों का होगा ऐसा वातावरण बनाना चाहिए। फीलिंग सॉरी बहुत हिम्मत वाला काम होता है, पर बड़ा प्रभावी भी, यह पत्थर को भी पिघला सकता है।
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